क्रिकेट जगत के इन 5 कप्तानों को, अचानक और जबरदस्ती उनके पद से हटाया गया !

दोस्तो खेल चाहे कोई भी हो लेकिन उन खेलो में आगे बढ़ने के लिए टीमों को प्रदर्शन अच्छा ही करना होता है। इसी तरह क्रिकेट में भी अगर टीमों को आगे बढ़ना है तो प्रदर्शन अच्छा ही होना चाहिए। लेकिन अगर टीमें अच्छा प्रदर्शन ना कर पाई। और लोगो का सारा गुस्सा कप्तान को सहना पड़ता है। और कई बार इसी वजह से कप्तानों को टीम से हटा भी दिया जाता है।

और इसलिए बतौर कप्तान किसी भी टीम में खेलकर अच्छी तरह से सफल होना सबसे मुश्किल काम है। लेकिन अगर आपकी टीम जोरदार है, और उसके खिलाड़ी दमदार है, तो ये काम आपके लिए थोड़ा आसान हो सकता है। लेकिन अगर टीम का संतुलन थोड़ा सा भी इधर का उधर होता है, तो वहां पर कप्तान को अपनी मजबूती दिखानी पड़ती है। हालाकि इस बीच वर्ल्ड क्रिकेट में हमे कई बार ऐसे नजारे देखने को मिले है। जहां पर कुछ टीमों के कप्तानों को अचानक ही बोर्ड में हटाया और इस खबर को जानकर लोग काफी हैरान हुए। आज हम आपको ऐसे ही 5 कप्तानों के बारे में बताने जा रहे है।


1.किम ह्यूज (ऑस्ट्रेलिया)
दोस्तो अगर हम ऑस्ट्रेलिया की बात करे, तो यहां हमे एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले। जिन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट में सभी देशों की टीमों को मैच के दौरान काफी परेशान किया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में किम ह्यूज नाम के एक कप्तान भी रह चुके है। जिनको उनके पद से काफी जल्दी हटाया गया था। हालाकि जिस समय किम ह्यूज टीम के कप्तान बने थे। उसके बाद आस्ट्रेलियाई टीम को सबसे ज्यादा सीरीज लगभग बाहर बाहर ही खेलनी थी। जहां पर टीम और टीम के कप्तान किम दोनो का प्रदर्शन निराशंजनक रहा। और उसके बाद से लगातार उनके खेल की आलोचनाएं सोशल मीडिया पर हुई। और इसी बात से ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने किम ह्यूज को कप्तानी से बाहर कर दिया।


2.सचिन तेंदुलकर (भारत)
दोस्तो ये नाम एक ऐसा नाम है, जिन्होंने भारतीय टीम में रहकर एक से एक रिकॉर्ड तोड़े और बनाए है। इनके इन्ही कुछ खास कारनामों की वजह से दुनिया वाले इन्हे क्रिकेट के भगवान भी कहते है। इनकी गिनती दुनिया भर के कुछ महान बल्लेबाजों में की जाती है। लेकिन दोस्तो अगर इनके कप्तानी की बात करे, तो बतौर खिलाड़ी ये टीम में जितने अच्छे तरह से साबित हुए। बतौर कप्तान ये उतने ही नाकाम रहे। जिसमे से साल 1997 में जब भारत को श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें कप्तानी से हटाया गया। और इस बात पर सचिन भी काफी निराश हुए। और सचिन ने अपने कप्तानी से हटाए जाने की बात अपनी ऑटोबायोग्राफी में भी लिखी है। और इसमें लिखा है, की सीरीज खत्म होने के बाद मुझे कप्तानी से हटाया गया। बीसीसीआई की तरफ से किसी ने भी मुझे एक बार भी इसकी खबर नही दी। बल्कि मुझे इसकी जानकारी मीडिया के दौरान मिली थी। दोस्तो बतौर कप्तान सचिन का रिकॉर्ड कुछ खास नही है। लेकिन अचानक से उन्हे पद से हटाए जाने के बाद से हो कई प्रकार के सवाल जरूर खड़े हुए। और फिर टीम के अगले कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को बनाया गया।


3.रॉस टेलर (न्यूजीलैंड)
दोस्तो न्यूजीलैंड टीम में कप्तानी को लेकर आज तक कभी कोई बहसबाजी सामने नही आई। लेकिन जब बोर्ड ने रॉस टेलर को कप्तान बनाया और फिर जब अचानक से उन्हे पद से हटाया गया, फिर जिस तरह से ये मामला चर्चित हुआ। ये काफी बवाल वाला था। उस समय जब रॉस टेलर को कप्तानी से हटाया था, तब न्यूजीलैंड के चीफ एक्जीक्यूटिव ने अपने बयान में बताया था, की हमे ऐसा लगा की जैसे युवा कप्तान पर अचानक से कुछ ज्यादा ही वर्कलोड दे दिया गया है। वही दूसरी ओर रॉस टेलर ने कप्तानी से हटाए जाने के बाद बताया, की मुझे कप्तानी के कार्यकाल के दौरान मुख्य कोच माइक हेसन से उस तरह का साथ नही मिल पाया, जिस तरह की मैं उनसे उम्मीद कर रहा था।


4.एलिस्टर कुक (इंग्लैंड)
दोस्तो बतौर टेस्ट कप्तान एलिस्टर कुक की क्षमताओं पर किसी भी तरह से शक करना शायद ठीक नही। लेकिन अगर सीमित ओवर क्रिकेट की बात करे, तो ये मामला पूरी तरह से उल्टा है। दरअसल दोस्तो एक समय ऐसा था, जब इंग्लैंड टीम को कुक की कप्तानी में 6 में से 5 सीरीज में लगातार हार का सामना करना पड़ा था। वही कुक भी 22 पारियों में मात्र एक अर्धशतक ही लगा पाए थे। जिसके चलते इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के साल 2015 में वनडे वर्ल्ड कप के बाद कुक को सीमित ओवर के कप्तानी पद से हटाया गया। और फिर बाद में उनकी जगह इयोन मार्गन को टीम का नया कप्तान घोषित किया गया।


5.विराट कोहली (भारत)
दोस्तो इस लिस्ट का आखरी नाम देखकर शायद आप हैरान हो रहे होगे। क्योंकि ये भारतीय टीम का दिग्गज खिलाड़ी है। जिन्होंने एमएस धोनी के बाद इतने सालो तक अपनी कप्तानी से भारतीय टीम को इतने दिनो तक संभाला। लेकिन दोस्तो ये कहना गलत नही होगा, की विराट कोहली अपनी कप्तानी के चलते भारतीय टीम को आज तक एक बार भी आईसीसी ट्रॉफी नही जिता सके। और वहीं टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद उनका टी20 फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने के बाद से चयनकर्ताओं ने उन्हे वनडे कप्तानी से भी हटाने का फैसला कर लिया। हालाकि ये बात शुरुवात में सभी को काफी हैरान करने वाली थी, क्योंकि कोहली का वनडे फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने का कोई उद्देश्य नहीं था।