एक तरफ़ कपिल देव, सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली, तो दूसरी ओर अकेले विराट कोहली

दोस्तों साउथ की जानिए फिल्म केजीएफ के बारे में कौन नहीं जानता। जो पूरे भारत में एकतरफा फिल्म मानी जाती है। दोस्तो इस फिल्म में कहा गया है, की “इतिहास कहता है, कि शक्तिशाली लोग शक्तिशाली जगह से आते है। परंतु इतिहास गलत है। क्योंकि शक्तिशाली लोग अपने स्थान को शक्तिशाली बनाते है” दोस्तो ये संवाद KGF फिल्म में ऐसे ही नही कहा गया। बल्कि इसके पीछे का एक बहुत बड़ा अर्थ है।

जो योग्य होता है, उसकी चर्चा अपने आप होती है। और ऐसे में जब उसके ऊपर कीचड़ उछाला जाता है, तो लोगो का खून उबालना जाहिर है। लेकिन कीचड़ उछालने वाले भूल जाते है, को घायल शेर की सांसे उसकी दहाड़ से अधिक भयानक होती है। दोस्तो जैसा की आप जानते है, की फिलहाल भारतीय टेस्ट टीम कप्तान विराट और बीसीसीआई के बीच माहौल कुछ ठीक नहीं है।

वनडे कप्तानी से हटाए जाने के बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर बहुत सी बातों का खुलासा किया है। जिसके बाद ये परेशानी और भी बड़ी हो गई। विराट का कहना है, की बीसीसीआई द्वारा उन्हे कभी भी टी20 कप्तानी ना छोड़ने के लिए कभी नही कहा गया। और विराट में ये भी बताया, की उन्हें वनडे कप्तानी से हटाए जाने की बात दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने वाली टेस्ट टीम का चयन करने के मात्र डेढ़ घंटे पहले बताया गया था।

लेकिन दोस्तो विराट का झूठ ज्यादा समय तक नही टिक पाया। बीसीसीआई के अधिकारियों ने नाम न बताए जाने की शर्त पर कई पत्रकारों को बताया, की विराट ने खुद ही अपने पैर में कुल्हाड़ी मारी है। और अब खुद को सही साबित करने के चक्कर में उन्होंने ये झूठ का पहाड़ खड़ा कर दिया।

और बीसीसीआई को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे है। विराट जिस तरह से लोगो की सहानुभूति लेना चाह रहे है। ताकि वे एक प्रसिद्ध और सम्माननीय खिलाड़ी बने रहे। वो काफी शर्मनाक है। फिलहाल इस समय सौरव गांगुली के साथ पूरा देश खड़ा है। और #nationstandswithdada ट्विटर पर काफी तेजी से वायरल कर रहा है।

वही एक व्यक्ति ने ट्वीट किया, की जिसमे भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदल दिया। जिसमे युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और जाहिर खान जैसे लोग भारत को दिए। उससे आईपीएल देखने कुछ छूटे मोटे लोग, विराट के चमचे बताएंगे, की क्रिकेट कैसे चलाते है।

दादा के विरुद्ध दादागिरी नही चलेगी। वही दूसरी ओर एक और यूजर ने लिखा, की दादा के लिए व्यक्ति से पहले टीम मायने रखती थी। इसके अलावा कपिल देव और सुनील गावस्कर जैसे पूर्व क्रिकेटरों ने भी विराट कोहली को उसकी ओछी हरकतों के लिए आड़े हाथों लियाl

सुनील गावस्कर ने सामंजस्य बिठाने की बात तो की, परन्तु साथ ही में उन्होंने यह भी कहा कि विराट कोहली को पहले ही स्थिति स्पष्ट कर देनी चाहिए थीl

दूसरे शब्दों में, सुनील गावस्कर ने भी विराट कोहली से बेहतर बोलने की आशा की थीl वही दूसरी ओर कपिल ने ये भी बताया, की विराट में जिस तरह से बयान दिए है, एक महत्वपूर्ण दौरे से पहले टीम के लिए और भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छा नही है।

और जब देश के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी तक आपके व्यवहार से संतुष्ट न हो तो समझ जाइए, की कुछ भी ठीक नहीं है। दोस्तो आज विराट कोहली भले ही झूठ बोलकर सहानुभूति बटोर रहे है, लेकिन सच ये ही है, की वे दुनिया की नजरो से अपने लिए प्यार सम्मान खो बैठे है। इतने सालो से मेहनत करके उन्होंने जो भी हासिल किया था।

वो सब कुछ उन्होंने एक ही पल में गवा दिया। और अगर बंगाली पत्रिका की संवाद प्रतिदिन की रिपोर्ट्स पूरी तरह से सच साबित हुई। तो अब विराट कोहली के लिए दक्षिण अफ्रीका सीरीज आर या पार वाली स्थिति हो सकती है।

क्योंकि पराजय का एक ही मतलब होता है, की बहुत जल्द अब उनके कैरियर का अंत हो सकता है। जिसके लिए मात्र एक व्यक्ति ही जिम्मेदार है, और वे खुद विराट कोहली ही है। जिन्होंने झूठ बोलकर न सिर्फ कुछ बीसीसीआई अधिकारियों की बल्कि पूरे भारतीय टीम, सभी खिलाड़ी और पूरे भारत देश की गरिमा को ठेस पहुंचाया है।