दोस्तो जैसा की आप जानते है, की सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट इतिहास में ऐसे ऐसे रिकॉर्ड कायम किए है, की उन्हे क्रिकेट के भगवान का दर्जा मिल गया, और यही क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन ने 15 अक्टूबर 1989 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू मैच खेला था।
और उस समय सचिन लगभग 16 साल के थे। और उस समय सचिन क्रिकेट दुनिया में स्कूली समय में अपना बहुत नाम कमा चुके थे। और इसी वजह से सचिन को इतनी जल्दी नेशनल क्रिकेट में खेलने का मौका भी मिल गया था।
और उस समय पाकिस्तानी टीम में वसीम अकरम, वकार यूनुस और इमरान खान जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे।
एक न्यूज चैनल में क्रिकेट टॉक शो में वसीम अकरम ने बताया, की सचिन तेंदुलकर से उनका पहली बार किस तरह से सामना हुआ था। वैसे तो दोस्तो क्रिकेट दुनिया में सचिन और वसीम दोनो एक दूसरे की दिल से इज्जत करते थे। लेकिन पहली मुलाकात के चलते ही वसीम अकरम ने सचिन की मैच के दौरान स्लेजिंग की।
दरअसल जब वसीम पहली बार सचिन से मिले तो उन्हे लगा, की ये लड़का तो बस 14 साल का ही लग रह है। वसीम में बताया, की हमने सचिन के बारे में कही से पढ़ा था, की क्रिकेट में नई सनसनी पाकिस्तान में बढ़ रही है।
और उसकी उम्र लगभग 16 साल है। और जब वह बाद में बल्लेबाजी के लिए मैदान में आए, तो मुझे लगा की यह तो महज 14 का ही है। तब मैंने उनसे कहा, की मम्मी से पूछकर क्रिकेट खेलने आया है।
हालाकि दोस्तो एक महान बल्लेबाज के रूप में वसीम अकरम आज भी सचिन तेंदुलकर की बहुत इज्जत करते है। और उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया था, की सचिन के सामने गेंदबाजी करना आसान बात नहीं है।
बता दे, की एक इंटरव्यू के दौरान सचिन ने बताया था, की 1989 में मैने पाकिस्तान के खिलाफ अपने कैरियर की पहले टेस्ट पारी के बाद क्रिकेट छोड़ने के बारे में सोचा था। क्योंकि उस समय मुझे लगा, की कराची में शुरू मेरी पहले टेस्ट पारी आखरी पारी साबित ना हो जाए।
वही एक तरफ वकार यूनुस जैसे दिग्गज खिलाड़ी गेंदबाजी कर रहे थे। तो दूसरी तरफ वसीम अकरम और मुझे कुछ पता ही नही चल रहा था। और दोनो ही खिलाड़ी गेंद को रिवर्स स्विंग करा रहे थे। और ऐसे अटैक से मुकाबला करने मेरे पास कोई प्लान ही नहीं था।