दोस्तों आप जानते ही होगे, की इस समय विजय हजारे ट्रॉफी में कई बड़े से बड़े रिकॉर्ड बनने के साथ साथ टूट भी रहे है। और इसमें भारतीय खिलाड़ियों को एंट्री के लिए भी कड़ी मेहनत करते हुए देखा जा सकता है। राजकोट के मैदान पर खेला गया ये मैच मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के बीच था, जिसमे मध्य प्रदेश में 77 रनो से बड़ी जीत अपने नाम की।
पहले बल्लेबाजी करते हुए, मध्यप्रदेश के बल्लेबाज़ों ने 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 330 रनो की धमाकेदार पारी खेली। और फिर बाद दूसरी पारी में खेलने आई, उत्तराखंड की पूरी टीम 235 रनो में ही सिमट गई। वहीं इस मैच की बात करे, तो मध्यप्रदेश की तरफ से खेलने आए पांचवे नंबर के खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर ने धाकड़ बल्लेबाजी दिखाई।
पारी की ओपनिंग करने आए, अभिषेक भंडारी और कुलदीप गेही ने जबरदस्त पारी खेली। जहां अभिषेक ने 113 गेंदों में शानदार शतक लगाया, लेकिन कुलदीप मात्र 13 रनो पर पवेलियन चले गए। वहीं राजदीप पाटीदार ने 0 रनो पर काफी निराशजनक प्रदर्शन किया।
और वहीं बाकी की पूरी पारी को शुभम शर्मा और वेंकटेश अय्यर ने अपने दम पर आगे बढ़ाया। जहा शर्मा ने 70 रनो की धाकड़ पारी को अंजाम दिया। तो वहीं अय्यर ने 71 रनो की साझेदारी की। इस तरह से टीम ने कुल 330 रन हासिल किए। अय्यर की पारी इसलिए खास बनी क्योंकि ये बल्लेबाज अपने प्रदर्शन के चलते लगातार चर्चाओ में है।
वही पांचवे नंबर पर आकर इस तरह की धमाकेदार पारी खेलना सबके बस की बात नहीं होती। भारतीए टीम की बात करे, तो इस तरह की पारी हार्दिक पांड्या के द्वारा खेली जाती है। लेकिन हार्दिक इस समय काफी बुरे समय से गुजर रहे है। ऐसे में आगे जाकर अय्यर पांड्या की जगह ले सकते है। जहां पांड्या नीचे स्तर पर खेलने आते है, वहीं अय्यर टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज है।
हालाकि पिछले कुछ समय से पांड्या काफी खराब फॉर्म से गुजर रहे है। इसके चलते अय्यर को विजय हजारे ट्रॉफी में निचले क्रम में खेलना पड़ रहा है। बता दे, की इस मैच में अय्यर ने 144.89 के स्ट्राइक रेट से लगभग 41 गेंदों में 71 रन बनाए। जिसमे 3 चौके और 4 छक्के शामिल है। वहीं अगर इनकी गेंदबाजी देखे, तो इन्होंने उत्तराखंड के लिए 10 ओवर फेके।
जिसमे इन्होंने 58 रन देकर 2 विकेट अपने खाते में डाले। इसके पहले अय्यर ने केरल के खिलाफ मैच में 4 नंबर पर बल्लेबाजी की थी। जहां उन्होंने जबरदस्त 112 रन बनाए थे। और साथ ही अय्यर ने मात्र चोको और छक्कों की मदद से ही 36 रन हासिल कर लिए थे।
उत्तराखंड की बात करे, तो इनकी तरफ से ओपनर गोकुल बिस्ता और कमल सिंह बल्लेबाजी के लिए उतरे। जहां बिस्टा ने अर्धशतक जमाया। इनके बाद उत्तराखंड टीम का एक भी बल्लेबाज कुछ खास कमाल नही दिखा पाया। लेकिन दीक्षांशु की 75 रनो की पारी ने उत्तराखंड का काफी हद तक साथ दिया। लेकिन इसके बाद भी वह उत्तराखंड को जीत नही दिला पाए। जिसके चलते उत्तराखंड के मध्यप्रदेश के सामने 77 रनो से हारना पड़ा।